बेटी को लगातार मिल रही थीं साइबर धमकी, जांच एजेंसी ने किया खुलासा तो पैरों तले खिसक गई जमीन

हाइलाइट्स

मां 1 साल से कर रही थी बेटी को Cyberbully.
बच्चों वाले शब्दों का चयन कर बेटी को किया परेशान.
एफबीआई ने 1 साल बाद सुलझाया केस.

मिशिगन: अमेरिका के मिशिगन में एक किशोर बच्ची के साथ साइबर धमकी की शिकार हुई. 1 साल के लंबे जांच और पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जांच में मालूम चला है कि बच्ची को इंटरनेट के माध्यम से धमकाने और परेशान करने वाला को और नहीं बल्कि…. उसकी मां ही थी. महिला अपनी बेटी को परेशान करने के लिए किशोर शब्दावली की प्रयोग कर रही थी. मिशिगन की रहने वाली महिला का पहचान केंद्रा गेल लिकारी के रूप में हुई है. एफबीआई ने पिछले महीने पता लगाने में सफलता पाई. मालूम हो कि साइबरबुली व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित करते हैं.

किशोर वाले शब्दों का प्रयोग
एफबीआई ने महिला के वीपीएन और बचकानी शब्दावली के उपयोग के बावजूद लिकारी को पकड़ने में सफलता पायी. महिला ऐसे शब्दावली का प्रयोग इसलिए कर रही थी ताकि ऐसा लगे कि लिखने वाला कोई लड़का या लड़की हो. जब लड़की ने अपनी मां से साइबर धमकी के बारे में मदद मांगी तो महिला ने  पुलिस में धमकाने की भी शिकायत दर्ज कराई. यहां तक की पीड़िता की मां ने उसके बॉयफ्रेंड की मां को भी साइबरबुली करने वाले की खोजने में मदद की, उसने पीड़िता के प्रेमी की मान को दिन भर में दर्जनों मैसेज भी किये.

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FBI ने किया खुलासा
पीड़िता की स्कूल अधिकारी ने बताया कि वे क्रिमिनल को खोजने में असमर्थ थे, यहां तक की स्थानीय पुलिस ने भी संसाधन की कमी की वजह से क्रिमिनल को खोज नहीं पायी. आखिरकार केस एफबीआई के हवाले किया गया. एफबीआई के कंप्यूटर एक्सपर्ट ने मैसेज के सारे टेक्स्ट को लिचारी के फ़ोन में पाया. कड़ाई से पूछताछ से महिला ने स्वीकार किया की पीड़िता (उसकी बेटी) को परेशान  करने वाला कोई और नहीं बल्कि वो खुद थी.

5 साल की है सकती है जेल 

अधीक्षक विलियम चिलमैन ने बताया कि 42 वर्षीय लिकारी अपनी बेटी के स्कूल में बास्केटबॉल की कोचिंग देती है. लिकारी को 12 दिसंबर को $5,000 जमानत पर रिहा कर दिया गया. क्राइम करने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग एक गंभीर अपराध है, जिसमे 10 साल तक की सजा हो सकती है. वहीं लिकारी को किशोर बच्ची का स्टाक करने और न्याय में बाधा डालने के आरोप में 5 साल की सजा हो सकती है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि ट्रायल के लिए उनके खिलाफ इतने सबूत पर्याप्त है या नहीं, क्यूंकि केस की सुनवाई 12 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है. 

Tags: Cyber Crime News, USA

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